महाराष्ट्र के पूना में बन्धुआ मजदूरी में फंसे थे जौनपुर के 7 बनवासी
रिपोर्ट – दीपक शुक्ला
मछलीशहर , जौनपुर । स्थानीय मछलीशहर कोतवाली के रामपुर कटा हिट गांव के वनवासी समाज के विकास 19 पुत्र तेज बहादुर सुनील पुत्र तेज बहादुर 15 फूलचंद पुत्र राजेश 22 मनोज पुत्र रमेश 22 राजू पुत्र राजेन्द 20 पिन्टू पुत्र चौधरी 22 राहुल पुत्र जोखन 20 साथ मजदूर तहसील क्षेत्र के एक मजदूर दलाल ( बिचौलिए) के माध्यम से ₹10000 महीना पर पूना में काटने के लिए बहला-संतरा तोड़ने के लिए ले जाया गया वहां ले जाने पर उनको दूसरे के हाथों गन्ना कटाई में ₹400000 में बेच दिया गया । मजदूरों ने बताया कि उनके साथ वहां पर बहुत दुर्व्यवहार किया गया पूरा दिन काम करवाया जाता था सिर्फ एक टाइम भोजन दिया जाता था । सितंबर महीने में ले गए थे वहां लगातार काम करवाया जाता रहा था । जब उनके घर वाले हम लोगो से सम्पर्क करना चाहते थे तो विचोलियां उनसे बात नहीं करवाता था ऊपर से धमकी देता था कि यदि किसी को बताओगे जिंदा घर नही जाओगे और परिवार वाले जब बात करना चाहते तो उनके घर वालो को बिचौलिया गाली देता और कहता था तुम्हारे बच्चों में से कोई भी घर नहीं पहुंचेगा और पुलिस भी कुछ नहीं कर पाएगी । पूरा डर गया था और पुलिस के पास नही गए है । इस बात की जानकारी जब सामाजिक और आरटीआई कार्यकर्ता सुनील कुमार पाण्डेय को हुई तो उन्होंने बिचौलियों से बात किया और बताया कि यह दिन के मजदूरों को घर वापस नहीं भेजोगे तो आप लोगों पर कार्रवाई हो जाएगी उनके प्रयास से मजदूरों को बस द्वारा मंगवाया गया बिचौलियों ने मजदूरों को इलाहाबाद तक के ही बस का टिकट दिया था उसके बाद से घरवाले घर लेकर आए ।घर आने पर मजदूरों ने अपनी जो आपबीती बताई उससे लोगों के रोंगटे खड़े हो गए ।मजदूरों ने बताया कि उनके साथ मारपीट की जाती थी और उन्हें सिर्फ एक टाइम भोजन दिया जाता था जब घर जाने की बात करते थे तो उनको मारा पीटा जाता था। परिवार वालों से घर पर बात नहीं करने दिया जाता था और 2 महीनों का वेतन भी कुछ नहीं दिए हम लोग बिना वेतन के ही बड़ी मुश्किल से अपने घर वापस आए हैं। पीड़ितों ने घर आने के बाद आरटीआई कार्यकर्ता का आभार व्यक्त किया लेकिन अभी तक पुलिस को सूचना नहीं दी गई है ।
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