यह भी पढ़ें ! पंचायत चुनाव में आरक्षण सूची बदलने पर बेटे की आनन फानन में शादी कर, बहू को बनाया उम्मीदवार, बहू मुंह दिखायी में मांग रही वोट #Realviewnews
वैसे तो शादी के लिए खूब मशक्कत करनी पड़ती है। लड़के और लड़की के घरवाले एक-दूसरे के चक्कर लगाते हैं। कई बार मिलते हैं, तब जाकर कहीं बात बनती है। पंचायत चुनाव की बेला में एक ऐसा मामला आया है, जहां बहू लाने के लिए लड़के वाले उतावले हो गए। आरक्षण के गणित में उलझी सीट पर अपना दावा मजबूत करने के लिए बिना किसी मुहूर्त के आनन-फानन सिर्फ शादी रचा ली। अब नई-नवेली दुल्हन ससुराल में आ गई है, उसे चुनावी मैदान में उतार दिया है। परिजन नई नवेली दुल्हन को घर-घर ले जाकर मुंह दिखाई में वोट मांग रहे हैं। मामला जौनपुर जिले के खुटहन ब्लॉक का है।खुटहन ब्लॉक के उसरौली गांव के भैयाराम का पुरवा निवासी सुभाष यादव पूर्व जिला पंचायत सदस्य हैं। इस बार भी चुनाव मैदान में ताल ठोकने के लिए वह बेकरार थे। कई महीनों से इसकी तैयारी में जुटे थे। ऐन वक्त पर यह सीट पिछड़ी जाति महिला के लिए आरक्षित हो गई।उनकी पत्नी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। पहले तो पत्नी को त्याग पत्र दिलाकर चुनाव मैदान में उतारने का मन बनाया, मगर बाद में पुत्र सौरभ का आनन-फानन विवाह कर पुत्र वधू को प्रत्याशी बनाए जाने पर विचार शुरू किया गया।उन्होंने सुयोग्य बहू की तलाश शुरू की तो उधर चुनाव लड़ने की मंशा की जानकारी होते ही बगल गांव कपसिया निवासी रामचंदर यादव अपनी पुत्री अंकिता यादव की शादी का रिश्ता लेकर उनके घर पहुंच गए। आनन-फानन होली पर रिश्ता तय हो गया। बीते 31 मार्च को मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विवाह भी हो गया। मायके से विदा होकर ससुराल आते ही बहू ने चार अप्रैल को जिला पंचायत सदस्य पद का नामांकन दाखिल कर दिया। अब वह प्रचार में भी जुटी है। पूरा परिवार नई-नवेली दुल्हन के साथ प्रचार में लगकर मुंह दिखाई में वोट मांगता रहा है।