
( भैंस कि चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते लोग )
रियल व्यू न्यूज, डेस्क । जहां आज के समय में इंसानों की तेरहवीं काफी खर्चीली एवं मशक्कत भरी होती है ऐसे में यदि कोई व्यक्ति अपने पालतू पशु का अंतिम संस्कार व तेरहवीं इंसानों से भी बढ़कर करता हो तो निश्चय ही वो समाज में अनुकरणीय है । उत्तर प्रदेश के एक किसान ने ऐसा ही कुछ काम किया है, जिसकी चर्चा पूरे प्रदेश में हो रही है। किसान ने भैंस की मौत होने पर उसका अंतिम संस्कार व तेरहवीं की । इस मौके पर गांव व क्षेत्र वालों के लिए दावत का कार्यक्रम भी रखा गया। इस पूरे कार्यक्रम का वीडियो भी बनाया गया, जो कि सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
बात मेरठ जिले बहसूमा क्षेत्र के मौहम्मपुर शकिस्त गांव की है । यहां के किसान सुभाष ने बकायदा भैंस की फोटो रखकर शोक सभा आयोजित की । इस दौरान लोगों द्वारा भैंस की फोटो पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। शोक सभा कों सम्बोधित करते हुए सुभाष ने बताया कि उनकी 32 साल की भैंस की बीमारी के चलते मौत हो गई । भैंस इतने दिनों में पारिवारिक सदस्य बन गयी थीं । आज उसकी मौत से हम सब आहत हैं । भैंस की आत्मा की शांति के लिए मैंने उसकी तेरहवीं का आयोजन किया हैं । साथ हीं आसपास के क्षेत्रों से भी लोगों कों उसकी शोकसभा व त्रयोदशी कार्यक्रम में बुलाया हैं । 
( किसान सुभाष व उसका बेटा )
गौरतलब यह भी हैं कि किसान सुभाष ने ढोल नगाड़ों के साथ भैंस का अंतिम संस्कार किया था। 13 दिन बीत जाने के बाद किसान सुभाष ने उसकी धूमधाम से तेहरवीं मनाई। वहीं भैंस के चित्र पर पुष्प डालकर उसे भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। किसान सुभाष का कहना है कि वह भैंस को परिवार की तरह मानता था। उसकी भैंस उसके यहां 27 बार बच्चे दे चुकी थी। वहीं मौत के बाद तेरहवीं में आसपास के गांव के लोग भी शामिल हुए। इस मौके पर सतप्रकाश, नरेंद्र, नेपाल सिंह, जोगिंद्र सिंह, अरविंद खगवाल, मस्तराम, सतपाल आदि रहे।
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