जौनपुर जिले की मड़ियाहूं कोतवाली पुलिस का कारनामा किसी भी दृष्टि से सही नहीं कहा जा सकता । जनता का प्रतिनिधत्व करने वाले सांसद की गरिमा को तवज्जो नहीं देनें वाली पुलिस , भला आम नागरिकों के साथ कैसा अमानवीय व्यवहार करती होंगी । इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है ।
( मड़ियाहूं कोतवाली के भीतर सांसद की गाड़ी पर हमला करता सिपाही )
बताते चलें कि बुधवार की शाम मड़ियाहूं कोतवाली के सामने मछलीशहर (सु.)के सांसद वी पी सरोज के काफिले व उनके गनर पर उग्र भीड़ ने जानलेवा हमला किया । जिसमें सांसद समेत उनके अंगरक्षक एवं ड्राइव को धक्का मुक्की का सामान करना पड़ा । यह हमला स्थानीय पुलिस की सह पर किया गया । उपद्रवी लोग के साथ पुलिस भी सांसद की गाड़ी पर ईंट पत्थरों एवं लाठी से हमला करने लगी । मौके पर सांसद वी पी सरोज दूसरी गाड़ी में थे , अन्यथा उनके साथ होनेवाली किसी अप्रिय घटना से इंकार नहीं किया जासकता । मड़ियाहूं पुलिस घटना का कारण सांसद के गनर द्वारा एक पुलिस कर्मी को थप्पड़ मारना बता रही है । वही मछलीशहर के सांसद वी पी सरोज ने बताया की मल्हनी उप चुनाव में मेरी सक्रियता को लेकर विरोधी पार्टी के नेताओं ने पुलिस से मिलकर मेरे ऊपर प्राणघातक हमला कराना चाहते थे । जिसमें मड़ियाहूं कोतवाली का एक यादव सिपाही जानबूझ कर मेरे काफिले को जाम लगवा कर बीच रास्ते में रोक रखा था । श्री सरोज ने बताया की मेरे साथ चल रही गाड़ी के ड्राइव ने अपना शीशा नीचे कर रखा था । जिसे देख उक्त सिपाही ने जातिसूचक गली दिया । जिस पर भीड़ में फंसे मेरे गनर नीचे उतर कर रास्ता साफ कराने का प्रयास कर रहे थे । जहां उक्त पुलिसवाला गनर समेत मुझे गाली देते हुए हमलावर हों गया । इसी बीच भीड़ में छुपे विरोधी दल के उपद्रवी कार्यकर्ता उग्र हों मेरी गाड़ी को ग्रस्त करते हुए हमें खोज रहे थे । किंतु दूसरी गाड़ी में होने के कारण मैं बच गया । किंतु पुलिस बचाव की बजाय मेरी गाड़ी तोड़ने व बलवा कराने में लगी थी । फोन पर आप बीती बताते हुए उन्होंने कहा कि एस पी जौनपुर को घटना कि सभी जानकारी देदी है ।