जौनपुर । मानक के विपरीत जनपद में चल रहे 362 ईंट भट्ठे अब बंद होंगे। इन भट्ठों की धुआं उगल रहीं चिमनियों से जहां पर्यावरण को पलीता लग रहा है, वहीं इनसे करोड़ों रुपये राजस्व की क्षति भी हो रही है। पर्यावरण को प्रदूषित कर रहे इन अवैध ईंट भट्ठों के संचालन पर सख्ती से रोक लगाने के लिए जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने सभी उपजिलाधिकारियों को आदेश दिया है। उन्होंने शासन से आई ईंट भट्ठों की सूची भी सौंपी है। पुलिस अधीक्षक को भी कार्रवाई में सहयोग के लिए पत्र लिखा है।उच्च न्यायालय के आदेश पर अपर मुख्य सचिव ने आठ जुलाई को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से चिन्हित जिले के 362 अवैध भट्टों की सूची भेजकर जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को कार्रवाई का निर्देश दिया है। इसी क्रम में जिलाधिकारी ने दस सितंबर को सभी उपजिलाधिकारियों को पत्र भेजकर अवैध रूप से चल रहे इन भट्ठों के जारी बंदी आदेश का अनुपालन कराने का आदेश दिया है। कहा है कि ऐसे ईंट भट्ठों का संचालन रोकने के साथ ही आगामी सीजन में फुंकाई, खनन पट्टा की अनुमति न दी जाए। न लाइसेंस निर्गत किया जाए, न दी जाए खनन की अनुमति ।
जौनपुर :एक दशक से बेखौफ चल रहे ईंट भट्ठों के अधिकांश संचालक बिना सहमति पत्र लिए जिला पंचायत से लाइसेंस और खनन विभाग से मिट्टी खनन की अनुमति ले लेते हैं। इतना ही नहीं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के जिम्मेदार लोग भी अपने तरीके से सौदेबाजी कर अवैध भट्ठों के संचालन में सहयोग करते हैं। जिलाधिकारी ने सहयोग करने वालों के विरुद्ध भी कड़ा तेवर अपनाया है। उन्होंने अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत को निर्देश दिया है कि ऐसे भट्ठों का लाइसेंस निर्गत न करें, उन्होंने जिला खनन अधिकारी को भी मिट्टी खनन की अनुज्ञा जारी न करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड वाराणसी को पत्र भेजकर शासन से आदेश का कड़ाई से अनुपालन करने को कहा है।