वाराणसी । भारत स्काउट एंड गाइड जमीयत यूथ क्लब बनारस के द्वारा रेवड़ी तालाब स्थित जनता सेवा अस्पताल में सेवाएं दी गईं। इस अवसर पर जिला प्रशासन की तरफ से जारी की गई गाइडलाइन का पूर्ण रूप से पालन कराया गया और लोगों को इसके बारे में समझाया गया। हॉस्पिटल के गेट पर ही जमीयत यूथ क्लब के नौजवानों के द्वारा हर आने वाले की स्कैनिंग की जाती एवं हाथों को सेनेटाइजर किया जाता था, बिना मास्क के किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं थी, यदि कोई बिना मास्क के आता तो जमीअत यूथ क्लब के नौजवान अपनी तरफ से उस मुफ्त मास्क उपलब्ध कराते। इस अवसर पर जमीअत यूथ क्लब बनारस के कन्वीनर मुहम्मद रिज़वान साहब ने बताया कि लॉक डाउन के समय से ही हम लोग कोरोना के प्रति जागरूकता मुहिम चलाते चले आ रहे हैं और आगे भी इस तरह का प्रोग्राम अन्य अस्पतालों में करने का इरादा है। हमारे इन प्रोग्रामों का उद्देश्य जनता में कोरोना के प्रति जागरूकता पैदा करना है कि खतरा अभी टला नहीं है, हमे हर हाल में ज़िला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी की गई गाईडलाइन का पालन करना है। इस अवसर पर जमीअत उलमा पूर्वी उत्तर प्रदेश के जनरल सेक्रेटरी हाफ़िज़ ओबैदुल्लाह साहब भी तशरीफ लाए और आपने जमीयत यूथ क्लब के नौजवानों की काफी हौसला अफजाई की और दुआओं से नवाज़ा। उन्होंने कहा कि हमारे अकाबिरीन और विशेष रूप से जमीअत के बुजुर्गों का ये मिज़ाज रहा है कि उन्होंने हर दौर में इंसानों की सेवा बिना किसी धार्मिक भेदभाव के इंसानियत की बुनियाद पर की है और यही जा़ब्ता हमारे लिए भी है। हाफ़िज़ ओबैदुल्लाह साहब के द्वारा अस्पताल के सभी डॉक्टरों को जमीयत यूथ क्लब बनारस की तरफ से सैनिटाइजर पेश किया गया। जनता सेवा अस्पताल के सेक्रेटरी जनाब नसीम अहमद साहब ने जमीयत यूथ क्लब बनारस का शुक्रिया अदा किया और आज के प्रोग्राम में सेवा देने वाले नौजवानों की तारीफ की। आप ने कहा कि आज के दौर में नौजवानों के अंदर मानव सेवा की भावना काबिले तारीफ और काबिले क़द्र है। हम इनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं। अंत में अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डाक्टर अकबर अली साहब ने नौजवानों को कोरोना वायरस से स्वयं के एवं अपने परिवार के बचाव के लिए आवश्यक दिशानिर्देश दिए, जिसपर जमीयत यूथ क्लब के नौजवानों ने स्काउट के पारंपरिक अंदाज़ में शुक्रिया अदा किया।
आज के प्रोग्राम में जमीयत यूथ क्लब बनारस के काउंसलर नूरूल बशर साहब, रोवर लीडर अब्दुल करीम, अबू हुजैफा, स्काउट मास्टर अब्दुल आला के अतिरिक्त अबू बकर, मुहम्मद अफरा, सुबय्यिल, सुहैब नोमानी आदि विशेष रूप से उपस्थित थे।