क्या सपा बचा पाएगी अपनी परंपरागत सीट?
रियल व्यू न्यूज , जौनपुर। नगर पंचायत केराकत के चुनाव की सरगर्मी तपिश की तरह बढ़ती जा रही है। दलीय व निर्दलीय कुल मिलाकर 13 महिला उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल करते हुए अपनी किस्मत का फैसला जनता की अदालत में लाने का मन बना लिया है। इस जन अदालत में कितने लोग ठहरेगे और कितने लोग अपनी उम्मीदवारी की अपील उठा लेंगे यह तो गुरुवार को नाम वापसी की समयसीमा समाप्त होने के बाद ही पता चलेगा। किंतु अभी तक के चुनावी समर की बात करें तो केराकत नगर पंचायत लंबे समय से सपा की झोली में रहा है। यद्यपि यह भी सत्य है कि सपा अपने जातीय समीकरण से हटकर यहां कि नगर पंचायत पर अपने कैंडिडेट की लोकप्रियता के बल पर कईबार जीत का परचम लहराया है। इस बार के चुनावी समर में भी सपा ने वही दांव आजमाते हुए मीना साहू पत्नी अशोक कुमार साहू को टिकट थमा कर मैदान में उतार दिया।
वही बात भाजपा कैंडिडेट की करें तो केराकत में इस दल के दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। जिसे बचाने की हर कवायद भाजपा प्रत्याशी गीता देवी पत्नी अजीत गुप्ता करेगी। किंतु यहां भाजपा की नाव बागियों के भंवर में उलझ गयी है। बताते चलें कि केराकत नगर में सपा, भाजपा के कई कैंडिडेट बागी होकर मैदान में ताल ठोक रहे हैं। किंतु मतदाता जादातर को वोटकटवा मानकर अपने मौलिक अधिकार का दुरुपयोग नही करेगी। सूत्रों की मानें तो केराकत में दो चिर प्रतिद्वंदी एक ही दल से दावेदारी मांग रहे थे। जिसपर निर्णय करने में पार्टी की कोर कमेटी को काफी मशक्कत करनी पड़ी। ऐसे में एक पार्टी से तो दूसरा बागी के रूप में खड़े होकर मुकाबले को काफी रोचक बना दिया है। देखना दिलचस्प होगा कि इस बार केराकत का ऊंट किस करवट बैठता है।