जौनपुर । जनवरी 2021 की 13 तारीख को जैसे रात के 12 बजेगा वैसे ही जिला पंचायत अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। तमाम उठाफटक के बाद भी अध्यक्ष समेत जिला पंचायत के अधिकारी साठ करोड़ रुपया विकास कार्य में नहीं लगा सके। इससे साफ जाहिर है कि जिले के प्रतिनिधि व अधिकारी किस तरह से जिले का विकास कर रहे हैं। पैसा रहते हुए गांव की तस्वीर बदलने में जिला पंचायत पूरी तरह से नाकाम रहा।
अगर हम जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर बात करें या फिर जिला पंचायत के विकास को। तो पूरे पांच साल जिला पंचायत बुझा बुझा सा रहा। जिले के किसी भी गांव या ब्लाक में जिला पंचायत ने एक भी ऐसा काम नहीं कराया जिसे की बता सके कि हमने यह काम किया।
इस बाबत एक जिम्मेदार अधिकारी से जब सवाल किया गया तों उन्होने काफी सोचने के बाद भी वह कुछ बता नहीं पाए। बोले की सड़कें बनी हैं। मरम्मत का काम हुआ। नाले बने व सीसी रोड बनी। जिला पंचायत की सड़कें भी हाट मिक्स प्लान्ट से बनेगी।
बता दें कि जौनपुर जिले में अध्यक्ष समेत 83 जिला पंचायत सदस्य रहे। गांव के विकास के लिए शासन से विभिन्न मदों में हर साल चालीस से पैतालिस करोड़ रुपया आता है। एक एक जिला पंचायत सदस्य को हर साल दस से पन्द्रह लाख रुपया उसके क्षेत्र के विकास के लिए आवंटित होता था। जिला पंचायत अध्यक्ष राज बहादुर यादव का उनके सरल स्वभाव के नाते सभी से तालमेल था। जो जिला पंचायत सदस्य तेज तर्रार होता था वह अपने किसी खास आदमी के नाम से ठेकेदारी का पंजीयन कराकर करोड़ों का काम लेता है। इसको लेकर खूब हंगामा भी होता रहा । पूरे पांच साल में करीब सवा दो सौ करोड़ रुपया जिला पंचायत में विकास के लिए आया । कागजी कोरम के अभाव में सत्र 2019-20 का पूरा पैसा बचा रह गया और कुछ इस सत्र का भी बचा रह गया । वहीं जिम्मेदारों का कहना है कि जिला पंचायत अध्यक्ष का कार्यकाल खत्म होने के बाद प्रशासक नियुक्त होगा। अभी करीब साठ करोड़ रुपया बचा है। शासन के निर्देश पर आगे का काम कराया जाएगा। ”
वहीं जिलापंचायत अध्यक्ष राजबहादुर यादव का कहना हैं कि “सभी सदस्यों का योगदान बेहतर ढंग से मिला। शासन से मिलने वाले पैसों में कुछ भी बचा नहीं है। सारे का टेंडर हो चुका है। अजोसी महावीर मंदिर व त्रिलोचन महादेव मंदिर की सड़कें यादगार काम हैं।”
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उच्च शिक्षा का बेहतर शिक्षण संस्थान, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध
आचार्य बलदेव ग्रुप आफ इन्स्टिट्यूशन, कोपा, पतरही, जौनपुर ।
प्रबंधक – अनिल यादव मैनेजमेंट गुरु
