सर सैय्यद एक सामाजिक एंव शिक्षात्मक सुधारक” विषयक पर संगोष्ठी सम्पन्न
रिपोर्ट – चन्दन अग्रहरि ।
शाहगंज । ज्ञानी, धनी व पराक्रमी का अमरत्व नैतिकता एंव विनम्रता के बल पर ही सम्भव है उक्त बातें सर सैय्यद डे के अवसर पर “सर सैय्यद एक सामाजिक एंव शिक्षात्मक सुधारक” विषयक पर आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि अपने उद्बोधन में तहसीलदार अभिषेक राय ने कही। सर सैय्यद अहमद इंटर कालेज तालीमाबाद सबरहद के परिसर में सर सैय्यद डे पर आयोजित संगोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट ज़ेड के फैज़ान ने किया। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि तालीम की अलख जलाने वाले सर सैय्यद वास्तविक रूप में सामाजिक एंव शिक्षात्मक सुधारक थे। सिर्फ भारत रत्न पाने से कोई सर सैय्यद से बड़ा नहीं हो जाता सर सैय्यद तालीम का रास्ता दिखाने वाले थे भारत रत्न सर सैय्यद को मिलना चाहिए था। ए पी जे अब्दुल कलाम वैज्ञानिक राष्ट्रपति बनने के बावजूद सर सैय्यद से ऊंचा ओहदा नहीं पा सके क्योंकि सर सैय्यद ने दीनी व दुनियावी तालीम को धरातल पर लाकर नई पीढ़ी को राह दिखाई । संगोष्ठी में अब्दुल्लाह एडवोकेट, फरीदुल हक़ मेमोरियल डिग्री कालेज के प्राचार्य डॉ तबरेज आलम, इरफान खान, डा. ए रहमान ने अपने विचार व्यक्त करते हुए समाज को सर सैय्यद के बताए रास्ते पर चलने की अपील की। इस दौरान जेसीआई शाहगंज संस्कार के संस्थापक अध्यक्ष गुलाम साबिर, डा. फारुक अरशद, एख़लाक खान, राजेश चौबे, डॉ आलोक सिंह पालीवाल, पंकज सिंह, विशाल जायसवाल, क्षमेन्द्र सिंह, नीरज सिंह समेत तमाम लोग मौजूद रहे। संगोष्ठी का संचालन मिर्ज़ा जरियाब बेग ने किया ।