स्व.बाबू आर एन सिंह की जन्मभूमि भरौली में बना भव्य किडनी हास्पिटल
संतोष सिंह नें किया अपने पिता के सपने को साकार
रियल व्यू न्यूज , गोरखपुर । किडनी के मरीजों के लिए यह अच्छी खबर है । अब उनके किडनी की डायलसिस केवल एक रुपये में होगी। प्राइवेट अस्पतालों में महंगे इलाज तो सरकारी अस्पतालों में बेड की अनुपलब्धता । उसपर भी मशीनों के खराब रहने के कारण सैकड़ों किडनी के रोगी समय से डायलसिसि न होंने के चलते असमय ही काल के गाल में समा जाते हैं । इस समस्या को दूर करने और महानगरों की सुविधा गांव व गरीब को भी मिल सके ।
इस बात का संकल्प भारत इंटेलिजेंस सर्विस इंडिया (BSI)के संस्थापक स्व.बाबू आर एन सिंह इसी वर्ष 2022में 1जनवरी को अपनें जन्मदिन पर पैतृक गांव भरौली में लिया था। तब शायद ही कोई समझ पाया हो की इस महापुरुष को लेने स्वयं कालपुरुष आरहा है ।
गोरखपुर के दक्षिण पतित पावनी मां सरयू के तट पर स्थिति गोला मदरिया के पास एक छोटा सा गांव भरौली है । जहां सामान्य किसान बाबू सत्यनारायण सिंह के तीसरे पुत्र के रूप में सुविख्यात रामनिवास सिंह (आर. एन.सिंह) का जन्म हुआ था । बचपन से ही प्रतिभावान आर एन सिंह की प्राथमिकता शिक्षा गांव के ही पाठशाला में हुई थी। बी एस सी एग्रीकल्चर नेशनल पीजी कालेज बड़हलगंज , गोरखपुर से करके रोजी रोटी की तलाश में मुंबई आगये । जीवन के तमाम उतार चढ़ाव से संघर्ष करते हुए 1976 में बाम्बेइन्टेलीजेन्स सिक्योरिटी इन्डिया लिमिटेड की स्थापना की । फिर क्या था आर एन सिंह शोहरत और प्रतिष्ठान दोनों पाते गए , किंतु अहंकार उन्हें छू भी नही पाया । उनके द्वारा स्थापित बीएसआई कंपनी भारत की प्रतिष्ठित सुरक्षा एजेन्सी है। जिसमें 60.000 हजार सुरक्षाकर्मी कार्य कर रहें है । अपने पैतृक गांव भरौली में महिला डिग्री कालेज राम सखी राम निवास की स्थापना किये ।बाबू आर एन सिंह साहित्य और पत्रकारिता में भी रुचि रखते थे । उन्होंने मुम्बई में हिन्दी दैनिक ‘ हमारा महानगर ‘ अखबार का प्रकाशन शुरू किया जो मुम्बई और नासिक से एक साथ प्रकाशित होता है । भरौली की माटी के इस लाल को 2016 में भारतीय जनता पार्टी ने मुम्बई विधान परिषद का सदस्य बनाया । श्री आर सिंह जी आजीवन मुम्बई से उत्तर भारतीय संघ के अध्यक्ष रहेते हुए उत्तर भारतीयों को मुम्बई मे पढ़ने के लिए स्कूल और कालेज खोले । मां लक्ष्मी की कृपा हुई तो आर एन सिंह नें दिल खोल कर समाज सेवा करना शुरू किया । जिसकी बहुत लंबी फेहरिस्त है । आप नें जौनपुर में बनें पूर्वांचल विश्वविधालय को 50 लाख का दान दिया तो शिवमंदिर निर्माण हेतु21लाख वही निवर्तमान अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण हेतु 1 करोड़ रुपए का सहयोग किया । श्री सिंह हर वर्ष 50 असहाय गरीबों को एक हजार रुपये की मासिक मदद भी करते थे । जाड़े में कंबल , रजाई , बांटना उनका शगल था । अपने गांव भरौली में कन्या हाईस्कूल से लगायत उच्च शिक्षण संस्थान की स्थापना कर उन्होंने अपने क्षेत्र का स्तरोन्यन कर दिया । ऐसे महापुरुष अपने गांव जवार से असीम लगाव स्तुत्य है ।
नियति का क्रम सदैव गतिशील रहता है । जीवन के कई वसंत देख चुके बाबूजी एक जनवरी 2022 को अपना जन्मदिन मनाने के लिए अ
पने पैतृक गांव भरौली आये थे ।वही अपने द्वारा स्थापित महिला डिग्री कालेज कैम्पस से यह घोषणा किये कि पूर्वांचल के लोगों को अब डायलसिस के अभाव में मरना नही पड़ेगा । हम भरौली में डायलेसिस सेन्टर की स्थापना करेंगे। और विगत वर्ष की तरह क्षेत्र के सभी वृद्धा और विधवा जनों को पेंसन भी देगे । घोषणा सुनते ही सभी के चेहरे खिल उठे । बाबू आर एन सिंह जिंदाबाद के जयघोष से समूचा गोरखपुर गूंज उठा । किंतु नियति को कुछ और ही तय कर लिया था । कालपुरुष को भी बाबूजी भा गये थे , उसकी काली छाया भरौली गांव में स्थित आर एन सिंह पर पड़ गयी । अपना जन्मदिन मनाकर दो जनवरी 2022 को परिवार सहित मुंबई जानें के लिए शाम को 4 बजे गोरखपुर एयरपोर्ट पहुंचे। एयरपोर्ट पर ही हार्ट अटैक आया और बाबू आर एन सिंह सभी को छोड़ते हुए , दुनिया के लिए स्मृतिशेष हो गये ।
बाबूजी की विनम्रता , शिक्षा व संस्कार को विरासत में पाकर उनके इकलौते पुत्र संतोष सिंह उन्हीं के नक्शे कदम पर चलकर पिता की आस्था को सपने को साकार कर रहे हैं । बाम्बेइन्टेलीजेन्स सिक्योरिटी और ‘ हमारा महानगर ‘ दैनिक हिन्दी समाचार के चेयर पर्सन का दायित्व निभाते हुए उत्तर भारतीय संघ मुम्बई के अध्यक्ष भी है ।
अपने पिता द्वारा लिए संकल्प को उसी वर्ष पूरा करते हुए आगामी एक जनवरी 2023को आर एन सिंह की पूर्ण स्मृति में बना डायलिसिस अस्पताल जनता जनार्दन के इलाज हेतु समर्पित करेगें । भरौली गोरखपुर में 10 बेड का डायलेसिस सेन्टर बनकर तैयार है । जिसका उद्दघाटन उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 1 जनवरी 2023 को स्व. श्री आर एन सिंह के जन्म दिन पर करेगें ।
इसके अतिरिक्त संतोष सिंह के द्वारा मुम्बई में उत्तर भारत से आने वाले तीर्थ यात्रियों व कैन्सर मरीजों के परिजनों के लिए संघ के भवन में 6800 स्क्वायर फिट,में बाबू आर एन सिंह अतिथि गृह बनाया गया है। इसमें 50 बेड का डारमेट्री और 5 एसी रूम बना है। महिलाओं के लिए अलग से डोरमेट्री तैयार किया गया है । यहां कैन्टीन की भी सुविधा है । ऐसे महापुरुष कभी मरते नही हैं । उनकी कीर्ति पताका समाज मै सदैव लहराती रहती है ।
बाबू आर एन सिंह को की प्रथम पूर्णतिथि पर निम्न पंक्तियाँ समर्पित कर अपनी श्रध्दान्जलि अर्पित करता हूं ।
गुण तो निश्चय ही देश तुम्हारा गायेगा
तुम सा शादियों के बाद कोई फिर आयेगा