मछलीशहर, जौनपुर । देश के प्रथम राष्ट्रपति व संविधान निर्माता डा.राजेन्द्र प्रसाद की जयंती तहसील बार एशोसियेशन ने गुरुवार को अधिवक्ता दिवस के रुप में मनाया।तहसील अधिकारियों व अधिवक्ताओं ने उनके कृतित्व व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर उपजिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा.राजेन्द्र प्रसाद एक वकील के रुप में अपने जीवन की शुरुआत की थी।बाद में भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन में शामिल हो गये।26 जनवरी 1950 में देश के प्रथम राष्ट्रपति बने व वर्ष 1962 में भारतरत्न से सम्मानित किये गये।क्षेत्राधिकारी विजय सिंह ने कहा कि वे सादा जीवन, उच्च बिचार के कारण समाज के लिये प्रेरणास्रोत हैं।गरीबों की मदद की सीख दिये।तहसीलदार अमित कुमार त्रिपाठी ने कहा कि वे प्रतिभा के धनी व अनुकरणीय हैं।समाज को उनके पदचिन्हों पर चलना चाहिये।कार्यक्रम की अध्यक्षता अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष प्रेम बिहारी यादव व संचालन पूर्व अध्यक्ष दिनेश चंद्र सिन्हा ने किया।इस अवसर पर महामंत्री अजय सिंह,वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेम चंद्र विश्वकर्मा,जगदंबा प्रसाद मिश्र,हरि नायक तिवारी,अशोक कुमार श्रीवास्तव,सुरेन्द्र मणि शुक्ला,आर.पी.सिंह,सुरेश सिंह,सरजू प्रसाद विन्द,कुंवर भारत सिंह,श्याम सुंदर यादव,विकास यादव आदि ने बिचार व्यक्त किया।